18 APRIL 2024
10वीं और 12वीं के बाद करियर को लेकर स्टूडेंट और पेरेंट्स काफी कंफ्यूज रहते हैं. आपके पास साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के अलावा और भी कई ऑप्शन होते हैं.
ऐसे में अगर आप कॉमर्स के फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए जॉब के कई ऑप्शन हैं. अगर आप 12वीं के बाद कॉमर्स चुनते हैं तो आपके पास डिप्लोमा, डिग्री और कई सर्टिफिकेट कोर्स के ऑप्शन होंगे.
12वीं के बाद कई ऐसे प्रोफेशनल कोर्स हैं, जिसे कर आप लाखों की सैलरी पा सकते हैं. इस डिग्री की मदद से आप अकाउंटिंग फाइनेंस, गुड्स अकाउंटिंग, अकाउंट्स, ऑपरेशंस, टैक्सेशन समेत कई फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं.
तो चलिए आपको बताते हैं कॉमर्स के कई ऑप्शन.
इसमें स्टूडेंट्स मार्केटिंग मैनेजमेंट, अकाउंटिंग और फाइनेंशियल मैनेजमेंट, इंटरनेशनल ट्रेड एंड फाइनांस, ई कॉमर्स, बैंकिंग या ह्यूमन एंड रिसोर्स मैनेजमेंट में से कोई एक विषय चुन सकते हैं.
इस डिग्री से आप किसी भी कंपनी के फाइनेंस और अकाउंट डिपार्टमेंट में नौकरी पा सकते हैं. अगर आप बिजनेस करना चाहते हैं तो एकाउंटिंग एंड फाइनेंस की पढ़ाई आपके वहां भी काम आएगी.
बैंकिंग एंड इंश्योरेंस बैचलर ऑफ कॉमर्स (बैंकिंग एंड इंश्योरेंस) एकेडमिक और प्रोफेशनल डिग्री दोनों हैं. यह तीन साल का ग्रेजुएशन प्रोग्राम है. इसमें वित्त, बैंकिंग, लेखांकन, बीमा कानून और बीमा नियमों सहित अन्य क्षेत्रों की पढ़ाई कराई जाती है.
12वीं के बाद ग्रेजुएशन करने के अलावा आप चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), कंपनी सेक्रेटरी (सीएस), और कॉस्ट एंड मैनेजमेंट एकाउंटिंग (सीएमए) में प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स हासिल कर सकते हैं.
12वीं के बाद अगर आप चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए 5 साल का समय लगेगा. ग्रेजुएशन के बाद इस कोर्स की अवधि साढ़े चार साल हो जाती है, इसमें आपकी ग्रेजुएशन फाइन आर्ट्स के अलावा किसी भी विषय में हो सकती है.
कंपनी सचिव (Company Secretary) एक सलाहकार होता है. जो कंपनी के लीगल, फाइनेंनशियल और सरकारी नियमों पर सुझाव और सलाह देता है.
इसके लिए 12वीं पास स्टूडेंट्स को पहले फाउंडेशन कोर्स करना होता है. भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट का एग्जाम उम्मीदवारों के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा आयोजित की जाती है.