क्या चूहों को मारने पर हो सकती है जेल? 

14 July 2025

aajtak.in

Photo: Pexels

भारत में घर में चूहों को मारना अपराध है या नहीं? क्या चूहे को मारने पर जेल जाना पड़ सकता है? 

Photo: Pexels

अगर आपके घर में चूहे हैं तो वो आपका काफी नुकसान कर सकते हैं. डर रहता है कि वे कपड़ों और महत्वपूर्ण कागजातों को नुकसान नहीं पहुंचा दे.

Photo: Pexels

ऐसे में कई लोग चूहों से निजात पाने के लिए कई तरह की तरकीब अपनाते हैं. इसमें रैट किल जैसे चूहे मारने वाली दवा से लेकर ट्रैप तक का इस्तेमाल किया जाता है.

Photo: Pexels

अब कानून की बात करें तो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में हाल ही में हुए संशोधनों ने सामान्य कौवों, चमगादड़ों और चूहों को अनुसूची II के तहत एक संरक्षित श्रेणी में रखा है.

Photo: Pexels

पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 और भारतीय दंड संहिता के तहत इस संरक्षित सूची में शामिल जीवों को मारने पर कारावास और जुर्माना हो सकता है. 

Photo: Pexels

ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता गौतम सिंह बताते हैं कि चूहा मारना अपराध है या नहीं यह उन्मूलन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विधि और पशु कल्याण कानूनों की व्याख्या पर निर्भर करता है.

Photo: Pexels

चूहे स्वास्थ्य और संपत्ति के लिए खतरा पैदा करते हैं. ऐसे में इन्हें घर में पनपने नहीं दिया जा सकता है. इसका मतलब ये भी नहीं है कि इनके उन्मूलन के लिए क्रूर तरीका अपनाया जाए.

Photo: Pexels

चूहे से निजात पाने का सबसे बढ़िया तरीका है कि उन्हें ट्रैप में फंसाकर आबादी से दूर छोड़ आना चाहिए.

Photo: Pexels

घर से चूहों को हटाने के लिए कोई भी पशु क्रूरता वाले उपाय नहीं करना चाहिए. चूहे के जाल, ट्रैप जैसे तरकीब के इस्तेमाल का पेटा जैसी संस्था भी वकालत करती है.

Photo: Pexels

हालांकि, चूहे मारने के तरीके को लेकर कानूनी कार्रवाई हो सकती है. दिल्ली जैसे कुछ राज्यों ने तो गोंद के जाल जैसे विशेष रूप से क्रूर तरीकों पर प्रतिबंध भी लगा दिया है.

Photo: Pexels

वैसे पारंपरिक रैट ट्रैप, चूहे मारने की दवा या किसी पेशेवर कीट नियंत्रण सेवा को बुलाना, चूहों को खत्म करने के लिए आम तौर पर स्वीकार की जाती है.

Credit: Pexels