1 April 2025
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1 अप्रैल को April Fool डे मनाया जाता है. इस दिन लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और जानने वालों के साथ प्रैंक करते हैं. इसे प्रैंक और मस्ती-मजाक वाला दिन कहा जाता है.
कई बार कई बड़ी कंपनियों ने भी काफी मजेदार प्रैंक किए हैं, जो काफी फेमस है. चलिए जानते हैं 5 बड़े प्रैंक
साल 1957 अप्रैल फूल के दिन बीबीसी के "पैनोरमा" कार्यक्रम में दिखाया गया था कि स्विट्जरलैंड में किसान स्पेगेटी के पेड़ों से स्पेगेटी तोड़ रहे हैं.
इसे बहुत गंभीरता से फिल्माया गया था, और कई दर्शकों ने सच मानकर बीबीसी को फोन करके पूछा कि वे अपने स्पेगेटी को पेड़ कैसे उगा सकते हैं.
साल 1996 में अमेरिका में एक रेस्टोरेंट चलाने वाली कंपनी ने किया था. रेस्टोरेंट चलाने वाली कंपनी टैको बेल ने एक बड़ा मजाक किया था.
कंपनी के एक एड में कहा गया था कि रेस्त्रां कंपनी ने देश का कर्ज कम करने के लिए टैको लिबर्टी बेल खरीदी है. अखबार पढ़ते ही लोग भड़क कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और दंगे जैसे हालात हो गए. बाद में पता लगा कि ये मजाक था.
साल 2013 में गूगल ने प्रैंक के तौर पर एक नई सर्विस ''Google Nose'' की घोषणा की थी. ऐसा कहा गया था कि इस सर्विस की मदद से यूजर स्क्रीन पर चीजों को सूंघ सकते हैं.
साल 2013 में गूगल ने प्रैंक के तौर पर एक नई सर्विस ''Google Nose'' की घोषणा की थी. ऐसा कहा गया था कि इस सर्विस की मदद से यूजर स्क्रीन पर चीजों को सूंघ सकते हैं.
साल 2019 में अमेरिका के नेशनल पब्लिक radio (एनपीआर) ने एक फर्जी खबर चलाई कि स्टारबक्स ने ब्रोकली-स्वाद वाली कॉफी लॉन्च की है. कई लोगों ने इसे सच मान लिया और सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हुई.
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साल 1962 में स्वीडन के एक टीवी चैनल ने दावा किया था कि अगर दर्शक अपने ब्लैक-एंड-व्हाइट टीवी पर नायलॉन स्टॉकिंग्स लगा दें, तो वे रंगीन तस्वीरें देख सकेंगे.
कई लोगों ने इसे आजमाया, और बाद में पता चला कि यह अप्रैल फूल का मजाक था.