13 JUN 2025
Himanshu Dwivedi
साइबर फ्रॉड को लेकर सेबी ने एक नया टूल पेश करने की तैयारी कर रहा है. यह 1 अक्टूबर से पेश किया जाएगा, ताकि रिटेल निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
रिटेल निवेशकों की सुरक्षा के मद्देनजर SEBI ने UPI एड्रेस के अथेंटिफिकेशन को सत्यापित करने के लिए एक नया टूल सेबी चेक लॉन्च करने का ऐलान किया है.
इस टूल की मदद से साइबर फ्रॉड से रिटेल इन्वेस्टर्स बच सकेंगे. यह टूल निवेशकों को फंड ट्रांसफर शुरू करने से पहले सेबी रजिस्टर्ड मध्यस्थों के UPI हैंडल को प्रमाणित करने की अनुमति देगी.
यह टूल 1 अक्टूबर 2025 को लॉन्च किया जाएगा. इस टूल की मदद से यह गारंटी होगी कि भुगतान केवल मान्य संस्थाओं को ही निर्देशित किए जाएंगे.
यह प्रोटोकॉल धन जुटाने की गतिविधियों में लगी सभी सेबी-रजिस्टर्ड संस्थाओं पर लागू होगा.
सेबी के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने कहा कि यह टूल यूजर्स को यह पुष्टि करने में मदद करेगा कि UPI ID वास्तव में किसी पंजीकृत संस्था जैसे बैंक, ब्रोकर या अन्य अधिकृत मध्यस्थों से संबंधित है या नहीं.
पांडे ने एक आधिकारिक घोषणा के दौरान कहा कि हम UPI सिस्टम के भीतर एक ऐसा सिस्टम शुरू कर रहे हैं, जिससे यह पता लगाया जा सके कि यूपीआई पता वास्तविक है या नहीं.
यह कदम डिजिटल वित्तीय लेनदेन में साइबर धोखाधड़ी के बारे में बढ़ती चिंताओं के बीच उठाया गया है. खासकर यूपीआई-आधारित भुगतानों में खुदरा निवेशकों के बीच उपयोग में वृद्धि देखी गई है.
तुहिन कांत पांडे ने कहा, 'साइबर धोखाधड़ी को लेकर लोगों में काफी चिंता है. हमें इसके लिए व्यवस्थित समाधान खोजने होंगे.'
उन्होंने कहा कि हमारे पास अब 130 मिलियन अद्वितीय निवेशक हैं और हमें प्रतिभूति बाजार में एक ऐसी प्रणाली की आवश्यकता है, जहां वे एक ऐसी प्रणाली के माध्यम से निवेश करें.