एक के बाद एक लगातार छह बार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी के बाद आखिरकार अब इस रफ्तार पर ब्रेक लग गया है.
गुरुवार को नए वित्त वर्ष की पहली MPC बैठक के नतीजों का ऐलान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया.
RBI MPC Meet तीन अप्रैल 2023 को शुरू हुई थी और गुरुवार को किए गए ऐलान में जनता को गुड न्यूज मिली है.
दास ने कहा कि एमपीसी की बैठक में नीतिगत दर में कोई बदलाव नहीं किया गया और इसे 6.50% पर बरकरार रखा गया है.
यानी इस बार ईएमआई (EMI) का बोझ नहीं बढ़ाया गया है, जो किसी भी तरह का Loan लेने वाले ग्राहकों के लिए राहत भरी खबर है.
इससे पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि महंगाई दर आरबीआई के तय दायरे से ऊपर होने के कारण रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा हो सकता है.
देश में खुदरा महंगाई (Retail Inflation) जनवरी में 6.52% और फरवरी में 6.44% दर्ज की गई थी.
बता दें, बीते साल मई 2022 के बाद से RBI ने अब तक लगातार छह बार बढ़ोत्तरी करते हुए रेपो रेट 2.50 फीसदी बढ़ाया है.
मई 2022 में 0.40%, जून 2022 में 0.50%, अगस्त 2022 में 0.50%, सितंबर 2022 में 0.50%,दिसंबर 2022 में 0.35% और फरवरी 2023 में 0.25% का इजाफा किया गया था.
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 5.2 फीसदी रखा गया है.