By: Business Team 12 Jan, 2023

जब अपमान का घूंट पीकर रह गए थे Ratan Tata, फिर ऐसे लिया बदला...


Ratan Tata की छवि सिर्फ एक बिजनेसमैन की नहीं, बल्कि सादगी से भरे दरियादिल इंसान की भी है.

लेकिन, Ratan Tata के बदले से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी भी है, जो आज मिसाल बन चुकी है. 



बदले की ये कहानी शुरू हुई थी 90 के दशक से, जब उन्होंने टाटा मोटर्स की कार Tata Indica को लॉन्च किया था. 


टाटा इंडिका को खराब रिस्पांस मिलने और बढ़ते घाटे ने उन्हें पैसेंजर कार डिवीजन बेचने को मजबूर किया था. 



रतन टाटा ने इस बेचने का मन बना लिया और इसके लिए अमेरिकन कंपनी Ford Motors से बात की थी.



जब डील के लिए रतन टाटा अमेरिका गए थे, तो फोर्ड के चेयरमैन Bill Ford ने उनका मजाक उड़ाया था. 


मीटिंग के दौरान बिल फोर्ड ने कहा था, 'आपको कुछ नहीं पता, तो फिर आपने ये डिविजन स्टार्ट ही क्यों किया.'



फोर्ड चेयरमैन ने रतन टाटा से यहां तक कहा कि अगर हम ये बिजनेस खरीदते हैं, तो ये आपके ऊपर एक एहसान होगा. 


बिल फोर्ड के उड़ाए मजाक के बाद रतन टाटा अपमान का घूंट पीकर उसी रात अमेरिका से मुंबई लौट आए. 


इसके बाद उन्होंने Tata Motors पर पूरा फोकस किया और इसे 9 साल में फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया. 



ये वो समय था जब टाटा मोटर्स दुनिया भर में अपना डंका बजा रही थी, वहीं फोर्ड दिवालिया होने की कगार पर थी.



इस दौरान रतन टाटा के ग्रुप ने फोर्ड के Jaguar और Land Rover ब्रांड को खरीदने की पेशकश की. 



इस डील को पूरा करने के लिए टाटा का मजाक उड़ाने वाले Bill Ford को भारत आने पर मजबूर होना पड़ा. 



मीटिंग में Ford के चेयरमैन के सुर बदले हुए थे और उन्होंने इस डील के लिए रतन टाटा को थैंक्यू बोला था. 



यही नहीं बिल फोर्ड ने कहा था कि आप जैगुआर-लैंड रोवर (JLR) खरीदकर हमारे ऊपर उपकार कर रहे हैं.



आज ये दोनों ही ब्रांड Tata Motors के हैं और दुनिया भर में अपनी पहचान को बरकरार रखे हैं.