महंगाई 25 फीसदी के करीब है और विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खत्म होने वाला है.
देश पेट्रोल-डीजल, दवा, आटा और अन्य जरूरी सामानों के आयात के लिए भी मोहताज हो गया है.
पेट्रोल-डीजल पर जो महंगाई बम फूटा है उसका अंदाजा पेट्रोल पंपों पर भीड़ देख लगाया जा सकता है.
कहीं दाम और न बढ़ जाएं इसलिए अपनी गाड़ी में पेट्रोल टैंक फुल कराने की मारामारी है.
बीते 29 जनवरी को महंगाई की मार से त्रस्त देश में पेट्रोल-डीजल के दाम 35 रुपये/लीटर बढ़ा दिए गए.
इस बढ़ोतरी के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 249.80 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
कंगाल देश में पेट्रोल की कीमत आसमान पर पहुंच गई, लेकिन फिर भी यहां ये भारत से सस्ता है.
इसका सबसे बड़ा कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दोनों देशों की मुद्रा की वैल्यू में अंतर है.
एक डॉलर 260 पाकिस्तानी रुपये के बराबर है. आप 1 Dollar में एक लीटर से ज्यादा पेट्रोल ले सकते हैं.
1 डॉलर 81.64 भारतीय रुपये के बराबर है और राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर है.
इसका मतलब एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको भारत में एक डॉलर के अलावा 7.96 रुपये ज्यादा देने होंगे.
Pak के हालात सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं. पहले आटे का अकाल और अब ईंधन की मारामारी.
पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतों में लगी आग से हालात बिल्कुल श्रीलंका की तरह ही होते नजर आ रहे हैं.