ये 10 आंकड़े चीख-चीखकर बता रहे कितना बर्बाद है पाकिस्‍तान... आप भी देख लीजिए

29 APR 2025

Himanshu Dwivedi

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्‍तान के बीच तनाव पैदा हो गया है और हर दिन यह तनाव बढ़ता ही जा रहा है. 

तनाव बढ़ने से युद्ध की आशंका जताई जा रही है, लेकिन अगर युद्ध होता है तो पाकिस्‍तान भारत के सामने कहीं नहीं टिक पाएगा. पाकिस्‍तान आर्थिक तौर पर इतना कमजोर है कि ये आंकड़ें चीख-चीखकर बता रहे हैं. 

इस समय पाकिस्तान का राजकोषीय घाटा 7.4 फीसदी तक पहुंच गया है, जो उसकी आर्थिक सेहत के लिए बेहद चिंताजनक है.

वर्ष 2024-25 के लिए पाकिस्तान की जीडीपी वृद्धि दर (Pakistan GDP Growth Rate) केवल 3.1 फीसदी रहने का अनुमान है, जो वैश्विक औसत से काफी कम है.

अक्टूबर 2024 तक पाकिस्तान सरकार का कुल कर्ज (Debt on Pakistan) बढ़कर रिकॉर्ड 70.36 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये हो चुका है. इसका मतलब है कि हर पाकिस्तानी नागरिक पर औसतन 2.34 लाख पाकिस्तानी रुपये का कर्ज है.

अंतरराष्ट्रीय एजेंसी फिच रेटिंग्स के मुताबिक, पाकिस्तान को वित्त वर्ष 2025 में 2,200 करोड़ डॉलर से ज्यादा का बाहरी कर्ज चुकाना है.

टैक्स रेवेन्यू भी बेहद कम है. 2024 में टैक्स रेवेन्यू (Tax Collection) का हिस्सा जीडीपी में केवल 6.8 फीसदी रहा, जबकि महामारी से पहले यह 10.8 फीसदी था. इससे सरकार की आय पर भी बड़ा असर पड़ा है.

पाकिस्‍तान का फॉरेक्‍स रिजर्व (Pak Forex Reserve) भी बहुत कम है, जो सिर्फ 15.436 अरब डॉलर है. जबकि यह हर साल 54 अरब डॉलर का खर्च करता है. यानी पाकिस्‍तान के पास देश चलाने के लिए 3 महीने का ही पैसा बचा हुआ है. 

वर्ल्‍ड बैंक ने अनुमान लगाया है कि इस साल के अंत तक 74 फीसदी पाकिस्‍तानी भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे. इस देश की महंगाई 23 फीसदी से ज्‍यादा बढ़ चुकी है. 

पाकिस्‍तान की कुल जीडीपी का साइज 340 अरब डॉलर ही है. वहीं इसका स्‍टॉक मार्केट कैप 100 अरब डॉलर से भी कम है, जबकि इससे ज्‍यादा तो भारत में किसी एक लार्ज कैप कंपनी का मार्केट कैप होगा.