04 May 2025
By: Deepak Chaturvedi
भारतीय शेयर बाजार में जहां तेजी देखने को मिल रही है, तो वहीं विदेशी निवेशक भी मेहरबान बने हुए हैं.
अप्रैल महीने का डाटा देखें, तो बीते 3 महीने में पहली बार FPI नेट बायर्स बनकर सामने आए हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, बीते महीने एफपीआई (FPI) ने भारतीय बाजार में 4,223 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
इससे पहले विदेशी निवेशक लगातार पैसा निकाल रहे हैं और ताजा खरीदारी के बाद इस साल निकासी का आंकड़ा भी घटा है.
डिपॉजिटरी डाटा के मुताबिक, इस तरह 2025 में एफपीआई की निकासी अप्रैल की खरीदारी के बाद अब घटकर 1.12 लाख करोड़ रुपये रह गई है.
विदेशी निवेशकों के भारत की ओर फिर से रुख करने के पीछे की वजह के बारे में बात करें, तो एक नहीं कई कारण नजर आए हैं.
इन कारणों में सबसे बड़ा भारत-अमेरिका के बीच व्यापार करार ( India-US Trade Deal) की उम्मीद है.
इसके अलावा अमेरिकी डॉलर में कमजोरी (US Dollar Fall) और भारतीय रुपये में मजबूती से भी एफपीआई भारतीय बाजार में लौटे हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन वजह के साथ ही प्रमुख भारतीय कंपनियों के शानदार मार्च तिमाही के नतीजों ने भी FPI के सेंटिमेंट पर असर डाला है.