26 JUN 2025
Himanshu Dwivedi
आयकर विभाग ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी डेट बढ़ाकर 15 सितंबर 2025 कर दी है. वहीं 15 जून के बाद लोगों के फॉर्म 16 भी जारी होने लगे हैं.
लेकिन फॉर्म 16 मिलने के बाद भी आपको कुछ चीजों को चेक जरूर कर लेना चाहिए, तभी आईटीआर फाइल करना चाहिए. वरना आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
फॉर्म 16 एक ऐसा दस्तावेज है, जो आपका नियोक्ता आपको हर साल देता है. इससे पता चलता है कि वित्तीय वर्ष में आपने कितना वेतन कमाया और उसमें से कितना कर काटा गया.
फॉर्म 16 के दो पार्ट हैं. पहला पार्ट A, जिसमें आपका नाम और पैन, नियोक्ता का टैन और पेमेंट किए गए वेतन की पूरी डिटेल होती है. जबकि पार्ट बी आपके इनकम की डिटेल, जिसमें वेतन, पेंशन, अन्य आय जैसे ब्याज या मकान किराया, HRA आदि.
आपका नियोक्ता फॉर्म 16 के साथ फॉर्म 12BA भी दे सकता है. इसमें आपको दिए गए प्रॉफिट का डिटेल होता है, जैसे किराया-मुक्त आवास, उपहार या ESOPs.
एक बार जब आपको अपना फॉर्म 16 मिल जाता है, तो अपना ITR फाइल करने से पहले इसे ध्यान से पढ़ना बहुत जरूरी है.
सबसे पहले आपका नाम और पैन जैसी व्यक्तिगत जानकारी चेक करें. फिर अपने नियोक्ता के विवरण, वेतन के आंकड़े, छूट, कटौती और कुल टैक्स कटौती को चेक करें.
साथ ही, यह भी सत्यापित करें कि भाग A और भाग B में संख्याएं सही है या नहीं. अगर कुछ सही नहीं लगता है, तो इसे ठीक करवाने के लिए अपनी कंपनी को बोले.
जल्दी आईटीआर दाखिल करना और आखिरी समय की भागदौड़ से बचना हमेशा बेहतर होता है.
फॉर्म 16 को ठीक से समझने से आपके ITR दाखिल करने का प्रोसेस आसान हो सकता है और आपको गलतियों से बचने में मदद मिल सकती है.