डिजिटलीकरण के दौर में भारत में Digital Payment तेजी से बढ़ा है.
बीते सात सालों के आंकड़े देखें तो हर बीतते साल के साथ डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ता गया है.
जीडीपी के मुकाबले डिजिटल ट्रांजैक्शन 2016 में 4% से बढ़कर अब 76% तक पहुंच गया है.
नवंबर 2016 में सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद इसमें लगातार इजाफा होता जा रहा है.
2016 में डिजिटल ट्रांजैक्शन जीडीपी के मुकाबले महज 4.4 फीसदी था, जो 2017 में 7.5% हो गया.
2018 में ये 12.1%, 2019 में 20.5%, 2020 में 29.2%, 2021 में 39.8%, 2022 में 58.1% और 2023 में 76.1% हो गया.
हाल ही में जारी PwC India की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि 2026-27 तक हर दिन एक अरब UPI ट्रांजैक्शन होंगे.
इसमें कहा गया कि अगले 5 साल में रिटेल डिजिटल पेमेंट में कुल लेन-देन राशि का 90 फीसदी यूपीआई करेगा.
वित्त वर्ष 2022-23 के 103 अरब लेनदेन का आंकड़ा 2026-27 में 411 अरब लेनदेन तक पहुंचने की उम्मीद है.