3 May 2024
By Business Team
अगर आप भी लोन लेने जा रहे हैं तो बैंकों की लोन पर RBI का नया खुलासा आपको चिंतित कर सकते हैं. शीर्ष बैंक ने कहा कि जब लोन वितरण और रिपेमेंट की बात आती है तो बैंक निष्पक्ष और पारदर्शी नहीं होते हैं.
बैंकों की ऑनसाइट जांच के दौरान RBI को कर्जदाताओं द्वारा ब्याज वसूलने में कुछ अनुचित तरीके का सहारा लेने के सबूत मिले हैं.
यह 31 मार्च 2023 से पहले आयोजित की गई बैंकों की ऑनसाइट एक्जामिनेशन है. यहां 4 तरीके बताए गए हैं जिनसे बैंक ग्राहकों से ऋण पर अधिक शुल्क वसूल रहे हैं.
शीर्ष बैंक के एक परिपत्र के मुताबिक, यह पाया गया कि बैंक ग्राहकों से लोन की मंजूरी की तारीख या लोन समझौते की तारीख से ब्याज लेते हैं, न कि कस्टमर्स को लोन देने की तारीख से.
चेक द्वारा दिए गए कर्ज के मामले में देखा गया है कि जहां चेक की तारीख से ब्याज लिया गया, जबकि चेक कई दिनों बाद ग्राहक को सौंपा गया था.
आरबीआई ने कहा कि महीने के दौरान लोन देने या पुनर्भुगतान के मामले में कुछ कर्जदाता केवल उस अवधि के लिए ब्याज नहीं ले रहे थे, जिसके लिए लोन बकाया था.
कुछ मामलों में कर्जदाता एडवांस में एक या अधिक किस्तें इक्कठा कर रहे थे, लेकिन ब्याज वसूलने के लिए लोन की पूरी राशि की गणना कर रहे थे.
आरबीआई के नए सर्कुलर में कहा गया है कि बैंकों का ये व्यवहार निष्पक्षता और पारदर्शिता की भावना के अनुरूप नहीं हैं.
रिजर्व बैंक ने कहा कि ये गंभीर चिंता का विषय है. आरबीआई ने अपनी टीमों के माध्यम से आरईएस को ग्राहकों को इस तरह के अतिरिक्त ब्याज और अन्य शुल्क वापस करने की सलाह दी है.
आरबीआई ने यह भी कहा है कि कर्जदाताओं को ब्याज दरों, सेवा शुल्क आदि समेत नियमों और शर्तों में किसी भी बदलाव की सूचना देनी चाहिए.