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डग...डग...डग, Royal Enfield की बाइक्स से क्यों आती है ऐसी आवाज? जानें तकनीकी डिटेल

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20 December 2023

BY: Ashwani Kumar

Royal Enfield Super Meteor 650 Front amp

Royal Enfield की बाइक्स हैवी इंजन और परफॉर्मेंस के अलावा अपनी ख़ास डग...डग...डग साउंड के लिए भी जानी जाती है. बाइक के साइलेंसर से आने वाली ये आवाज बाइक के आमद की मुनादी की तरह काम करता है. 

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दूर से ही इस आवाज को असानी से पहचान लिया जाता है और लोग समझ जाते हैं कि... रॉयल एनफील्ड की कोई बाइक आ रही है. हालांकि ये साउंड अब केवल पुराने इंजन वाले मॉडलों में ही देखने को मिलता है.

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लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि, रॉयल एनफील्ड के पुराने मॉडलों से आखिर ऐसी आवाज क्यों आती है? आइये तफ़सील से जानते हैं- 

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बता दें कि, कंपनी ने अपने बाइक्स, क्लॉसिक-350, बुलेट, मेट्योर 350, हंटर इत्यादि में अब नए जेनरेशन के J-सीरीज इंजन का इस्तेमाल किया है, जिनका एग्जॉस्ट नॉट (साइलेंस की आवाज) बिल्कुल अलग है

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यहां पर पुराने मॉडल में आने वाली ट्विन-स्पार्ट 350 सीसी इंजन की बात हो रही है, जिसे 5-स्पीड ट्रांसमिशन गियरबॉक्स मिलता है. यदि आपको लगता है कि ये आवाज साइलेंसर के चलते आती है तो आप गलत हैं. 

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सबसे पहले इस इंजन के एक्सटर्नल पार्ट्स की बात करें तो इसमें रॉकर कवर, सिलिंडर हेड, RH कवर, स्टार्टर मोटर, LH कवर, मोटर कवर और क्रैंक केस जैसे पार्ट्स मिलते हैं. 

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बात करते हैं इंटर्नल पार्ट्स की, इसमें सबसे जरूरी पार्ट होता है क्रैंक शॉफ्ट, जिसका मजबूत होना बेहद जरूरी होता है. इसके बाद आता है कनेक्टिंग रॉड जो पिस्टन को क्रैंक शॉफ्ट से जोड़ता है. 

Credit: Classic Motor Forum

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पिस्टन और पिस्टन रिंग्स एक सील की तरह काम करते हैं जो एयर-फ्यूल मिक्सचर को क्रैंक-केस में आने से रोकते हैं. इस पूरे अरेंजमेंट को स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज़्म कहते हैं. 

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जहां ये पूरा प्रोसेस चलता है उसे हम कंबशन चेंबर (Combustion Chamber) कहते हैं. इंजन में कंबशन के लिए चार मेन स्ट्रोक काम करते हैं, जैसा कि आप आम भाषा में सुनते होंगे 4-स्ट्रोक बाइक. 

Credit: Fix.com

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4 स्ट्रोक इंजन में बेसिकली चार स्ट्रोक होते हैं, जिन्हें सक्शन या इंटेक स्ट्रोक, कंप्रेशन स्ट्रोक, एक्सपेंशन या पावर स्ट्रोक और चौथा होता है एग्जॉस्ट स्ट्रोक. कंबशन चेंबर में ही इन चारों स्ट्रोक की प्रक्रिया पूरी होती है.

इंटर्नल कंबशन यानी कि आंतरिक दहन प्रक्रिया के लिए दो तरह के वॉल्व दिए जाते हैं एक होता है इनलेट और एग्जॉस्ट वॉल्व. इनलेट वॉल्व से फ्यूल अंदर आता है और बर्न होता है एग्जॉस्ट वॉल्व से बाहर निकलता है.

Credit: Fix.com

रॉयल एनफील्ड के इंजन में फ्यूल को जलाने के लिए दो स्पॉर्क प्लग दिए जाते हैं इसिलिए इसे ट्विन स्पार्क इंजन कहा जाता है. ये फ्यूल को जलाते हैं और आंतरिक दहन प्रक्रिया शुरू होती है.

Credit: TeamBHP

आम भाषा में समझें तो पिस्टन के उपर नीचे होते वक्त चेंबर के टॉप डेड सेंटर (TDC) और बॉटम डेड सेंटर (BDC) के बीच के स्पेश को स्ट्रोक कहते हैं और सिलिंडर के डायमीटर को बोर कहते हैं.

 डग-डग की अवाज

रॉयल एनफील्ड के इंजन से ये डग...डग की आवाज लंबे स्ट्रोक लेंथ की वजह से आती हैं. ये लेंथ तकरीबन 90 मिमी तक होता है, वहीं रेगुलर बाइक्स जैसे स्प्लेंडर आदि के इंजन में ये लेंथ महज 57.8 मिमी होती है.

लंबा स्ट्रोक लेंथ

लंबा स्ट्रोक लेंथ होने के नाते ज्यादा मात्रा में एयर-फ्यूल मिक्सचर चेंबर में कंप्रेस होता है और फायरिंग के बाद भारी मात्रा में हाई प्रेशर के साथ एक्सपेंड होता है. जिसके चलते इंजन से आने वाली आवाज लाउड होती है.

सबसे आखिरी में आता है एग्जॉस्ट स्ट्रोक, इस स्ट्रोक के दौरान सिलिंडर में एक्सपेंड हुआ फ्यूल गैस एग्जॉस्ट वॉल्व से बाहर निकलता है. चूंकि ये पहले से ही हाई प्रेशर होता है तो साइलेंसर से निकलते वक्त आवाज तेज होती है.