पेट्रोल वाहन में डीजल! क्या होगा अगर कार में पड़ जाए गलत फ्यूल

BY: Aaj Tak Auto

हालांकि ऐसी संभावना बेहद कम है, लेकिन कुछ मामले ऐसे देखे गए हैं जिसमें लोग जल्दबाजी में अपने वाहन में गलत फ्यूल डलवा लेते हैं. तो क्या होगा अगर किसी पेट्रोल कार में डीजल फ्यूल पड़ जाए. 

चाहे आप पेट्रोल कार में डीजल भरवाएं या डीजल कार में पेट्रोल, परेशानी दोनों ही सूरतों में होगी. हालांकि, इंजन के प्रकार - पेट्रोल या डीजल - के अनुसार प्रभाव का परिमाण भिन्न हो सकता है. 

पेट्रोल कार में डीजल का डाला जाना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि डीजल फ्यूल डिस्पेंसर नोजल आमतौर पर पेट्रोल कार के फ्यूल फिलर नोजल में फिट नहीं होता है. 

पेट्रोल कार में डीजल: 

यदि गलती से पेट्रोल कार में डीजल पड़ जाए तो ये इंजन के इंटर्नल कंपोनेंट्स और फ्यूल लाइंस को डैमेज करेगा.

पेट्रोल पतला फ्यूल है जबकि डीजल गाढ़ा होता है. पेट्रोल इंजन को डीजल के हिसाब से डिज़ाइन नहीं किया जाता है. ऐसे में फ्यूल फिल्टर बंद हो सकता है क्योंकि यह डीजल की चिकनाई को संभाल नहीं सकता है.

फिर भी यदि फ्यूल का फ्लो होता है तो यह फ्यूल इंजेक्टरों को अवरुद्ध कर सकता है. पेट्रोल और डीज़ल के मिश्रण के कारण जमी कालिख के कारण स्पार्क प्लग भी ख़राब हो सकते हैं. 

इस स्थिति में कार रूक-रूक कर चलती है, कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि कार से सफेद धुआं निकलने लगता है और इंजन का पावर कम होता जाता है और कुछ देर बाद इंजन बंद भी हो सकता है. 

डीजल कार में पेट्रोल भरने की संभावना अधिक होती है क्योंकि पेट्रोल डिस्पेंसर नोजल छोटा होता है, और यह आसानी से डीजल फ्यूल टैंक नोजल में फिट हो जाता है. हालांकि पेट्रोल पतला फ्यूल है फिर भी ये लापरवाही इंजन को नुकसान पहुंचा सकती है. 

डीजल कार में पेट्रोल: 

डीजल इंजन में, कंप्रेशन फ्यूल को इग्नाइट करता है, इसलिए फ्यूल इंजन के आंतरिक भागों में प्रवेश करता है और एक ल्युब्रिकेंट की तरह भी काम करता है. दूसरी ओर पेट्रोल पतला होता है और जल्दी सूख जाता है ऐसे में ये इंजन कंपोनेंट्स को डैमेज कर सकता है. 

डीजल कारों में फ्यूल इंजेक्शन पंप ख़ासकर डीजल की चिकनाई पर निर्भर करता है और ऐसे में जब पेट्रोल इंजन के इंटर्नल पार्ट्स में प्रवेश कर सूखता है तो यह ठीक ढंग से काम करना बंद कर देता है. 

सबसे बुरी बात यह है कि डीजल कार में पेट्रोल की मौजूदगी का पता लगाना आसान नहीं है, और जब तक आपको एहसास होता है तब तक यह इंजन को काफी नुकसान पहुंच चुका होता है. 

आमतौर पर कार से काला धुंआ निकलता है, कई बार इंजन भी बंद हो जाता है. यदि आपके वाहन के साथ भी ऐसा कुछ होता है तो तत्काल किसी मैकेनिक के पास जाएं और फ्यूल टैंक खाली करवाएं.