9 February 2024
BY: Ashwin Satyadev
पेट्रोल-डीजल की उंची होती कीमत के चलते CNG को सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है, कम कीमत और बेहतर माइलेज के चलते लोग सीएनजी कारों को पसंद करते हैं.
अब तक CNG सेग्मेंट में मारुति सुजुकी और हुंडई का ही दबदबा रहा है, लेकिन अब Tata Motors ने अपने अत्याधुनिक तकनीक से इन दोनों ब्रांड को कड़ी चुनौती दे दी है.
हाल ही में टाटा मोटर्स ने कुछ CNG कारों को बाजार में उतारा है. तो आइये जानते हैं कि टाटा की सीएनजी कारें किन मामलों में अपने प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ती हैं.
Tata Motors अपनी सीएनजी कारों में डुअल-सिलिंडर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है. इसमें 30-30 लीटर के दो छोटे सिलिंडर दिए जा रहे हैं.
डुअल सिलिंडर टेक्नोलॉजी के चलते आपको CNG कार में बूट स्पेस (डिग्गी) से कोई समझौता नहीं करना पड़ता है. Punch CNG में भी 210 लीटर का बूट मिलता है.
Tata की सीएनजी कारें डायरेक्ट CNG पर ही स्टार्ट हो जाती हैं, जबकि दूसरे ब्रांड्स की कारों में कार को स्टार्ट करने के लिए पेट्रोल की जरूरत होती है.
Tata अपनी कारों में सेफ्टी के लिहाज माइक्रो-स्विच दे रहा है. फ्यूल भरवाते वक्त जैसे ही लिड ओपेन होता है कार बंद हो जाती है. जब तक कि लिड को बंद न किया जाए कार स्टार्ट नहीं होती.
टाटा की सीएनजी कारों में 'लीक डिटेक्शन' सिस्टम दिया गया है. गैस लीक होने की आपात स्थिति का पता लगते ही ये सिस्टम कार को CNG से पेट्रोल पर स्विच कर देता है.
टाटा का दावा है कि, CNG कारों को सभी तरह के रोड और वैदर कंडिशन में टेस्ट किया गया है. इसका डिज़ाइन पूरी तरह से लीक प्रूफ जिससे गैस लीक होने का खतरा ही नहीं है.
थर्मल इंसिडेंट प्रोटेक्शन सिस्टम गर्मी के चलते किसी भी आपात स्थिति में CNG लीक होने पर गैस की सप्लाई इंजन को बंद कर देता है और गैस को एक स्पेशल पाइप के रास्ते बाहर निकाल देता है.
थर्मल इंसिडेंट प्रोटेक्शन सिस्टम गर्मी के चलते किसी भी आपात स्थिति में CNG लीक होने पर गैस की सप्लाई इंजन को बंद कर देता है और गैस को एक स्पेशल पाइप के रास्ते बाहर निकाल देता है.