इन वजहों से सबसे ज्यादा चालान! कैमरा... पुलिस और रिश्वत पर क्या बोली पब्लिक?

29 May 2025

BY: Aaj Tak Auto

देश में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए परिवहन विभाग और यातायात पुलिस लगातार नए नियम और कानून को लागू करता रहा है.

बन रहे तगड़े कानून

लेकिन हालिया रिपोर्ट में सामने आया है कि, किस कदर देश भर में कानून को ताक पर रखकर लोग ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं.

लोग तोड़ रहे ट्रैफिक कानून

कार्स 24 के एक हालिया सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में पिछले साल 2024 में ट्रैफ़िक उल्लंघन के जुर्माने की राशि ने कई छोटे देशों की जीडीपी को पार कर लिया है.

GDP से ज्यादा चालान

इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल देश भर में लगभग 8 करोड़ ट्रैफ़िक चालान जारी किए गए, जिनका कुल जुर्माना लगभग 12,000 करोड़ रुपये था.

12,000 करोड़ का चालान

सबसे ख़ास बात ये है कि इतनी बड़ी जुर्माने की राशि में तकरीबन 9,000 करोड़ रुपये अभी भी बकाया है.

9,000 करोड़ रुपये बकाया

इस रिपोर्ट के अनुसार 140 करोड़ की आबादी वाले इस देश में तकरीबन 11 करोड़ लोगों के पास खुद की कार है. यानी आबादी का बेहद छोटा तबका ही इतने बड़े बकाए का जिम्मेदार है.

11 करोड़ के पास खुद की कार

इस सर्वे में 1,000 लोगों को शामिल किया गया. जिससे यह साफ हुआ कि, ज्यादातर लोग केवल नियमों का पालन तभी करते हैं जब जरूरी हो, न कि सड़क पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर.

1,000 लोगों का सर्वे

51.3% लोगों ने कहा कि पुलिस देखते ही स्पीड पर नजर डालते हैं. 34.6% लोग तत्काल वाहन की स्पीड स्लो करते हैं. वहीं 12.9% लोगों ने माना कि वो अपने ड्राइविंग स्टाइल में बदलाव करते हैं, ताकि पकड़े न जाएं.

दिख जाए पुलिस तो... 

47% का कहना है कि वे कैमरों के बावजूद एक ही तरह से गाड़ी चलाते हैं. 36.8% लोगों कहते हैं कि वे तभी धीमी गति से चलते हैं जब उन्हें कैमरा दिखाई देता है. 15.3% लोग केवल कैमरों के चलते स्पीड कम करते है.

कैमरों पर रिएक्शन

देश में सबसे ज्यादा 49% ओवरस्पीडिंग के मामले आते हैं. वहीं 19% हेलमेट और सीटबेल्ट से संबंधित, 14% गलत पार्किंग और 18% सिग्नल जंपिंग/गलत दिशा से ड्राइविंग के केस देखे जाते हैं.

इन नियमों का ज्यादा उल्लंघन

इस सर्वे के अनुसार 38.5% ने माना कि उन्होंने एक या दो बार रिश्वत दी है. 15.9% कहते हैं कि वे ऐसा अक्सर करते हैं. 29.2% लोग हमेशा सही तरीके से जुर्माना भरने का दावा करते हैं.

रिश्वत पर क्या बोली पब्लिक