वॉयलेंस... खून-खराबा, गाली-गलौज या गोलीबारी...! सिनेमा के रूपहले पर्दे को अपने कलेक्शन से सराबोर करती फिल्म एनिमल में क्या अच्छा है और क्या बुरा ये हम समीक्षकों और दर्शकों पर छोड़ते हैं.
इसके बारे में सोशल मीडिया से लेकर गली-कूचों और दफ्तरों में खूब चर्चा हो रही है. लेकिन इन सबके बीच एक और बात लोगों का ध्यान खीच रही है, वो है इस फिल्म में दिखाई गई अनोखी मशीनगन मोटरसाइकिल.
भारी भरकम डिज़ाइन, मेटल बेल्ट में सजाई हुई गोलियों की कतार और किसी चमकदार धूमकेतू सा आग उगलता इसका रोटेटिंग बैरल असेंबली दर्शकों को रोमांचित करने में कामयाब दिख रहा है.
दिलचस्प ये है कि, ये कोई कम्प्यूटर जेनरेटेड द़ृश्य या VFX से बनाई गई मशीनगन नहीं है, ये एक वास्तविक मशीनगन मोटरसाइकिल है. जिसे एक टीम ने अथक प्रयास से तैयार किया है.
यह पूरी तरह से स्टील से बना है और इसका वजन 500 किलोग्राम है, भारी भरकम साइज वाले इस मॉन्सटर मशीन को देख इसकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है.
जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है, मूलरूप से ये तीन पहियों वाले एक व्हीकल पर बेस्ड है, जिसे कई अलग-अलग हिस्सों में रेट्रोफिट किया गया है.
किसी क्रूजर बाइक की तरह इसमें एक विंडशील्ड भी लगाया गया है, इस हथियार के सामने खड़े होकर देखने पर इसकी भव्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
इसमें दो छोटे और एक बड़ा रोटेटिंग बैरल दिया गया है, जिससे फिल्म में गोलियां निकलती हुई दिखाई गई हैं. इसके बीच में बड़ा इंजन सेक्शन दिखता है, जो कि किसी हैवी इंडस्ट्री मैटेरियल जैसा है.
इस वॉर मशीन को ऑर्ट डायरेक्टर सुरेश सेल्वाराजन की टीम ने बनाया है, जो कि तकरीबन 100 से ज्यादा लोगों ने अथक प्रयास का नतीजा है.
इसे बनाने में लगभग 4 महीने और 1 करोड़ रुपये तक खर्च हुए हैं और सबसे अच्छी बात ये है कि ये मुंबई के अंधेरी में ही बनाया गया है.
बताया जा रहा है कि, इस मशीन को चलाने के लिए फिल्म के नायक को ख़ासी ट्रेनिंग भी लेनी पड़ी थी. ताकि शूटिंग के दौरान बिना किसी परेशानी के इसे चलाया जा सके.
इसमें जो भी पार्ट्स लगाए गए हैं वो पूरी तरह से वर्किंग हैं, सिवाय इसके कि इसमें से गोलिया नहीं निकलती हैं. इसमें तीन पहिए दिए गए हैं और इसे ड्राइव भी किया जा सकता है.