सावधान! ऐसे लोगों को दी गाड़ी तो हो सकती है जेल, जानिए क्या है कानून

22 May 2024

BY: AaJ Tak Auto

बीते 18 मई को पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक तेज रफ्तार Porsche स्पोर्ट कार ने मोटरसाइकिल सवार एक युवक और युवती को टक्कर मार दी. इस हाइसे में दोनों की मौत को गई.

हादसे के वक्त कार का स्टीयरिंग एक 17 साल के बच्चे के हाथ में थी. जिसने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास की थी और वो रात में अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने निकला था. 

हादसे से पहले आरोपी नाबालिग ने बार में बैठकर शराब पी थी. कोर्ट ने आरोपी को सजा के तौर पर सड़क दुर्घटना पर 300 शब्द का निबंध लिखने को कहा और भविष्य में ऐसा न करने की हिदायत देते हुए जमानत दे दी.

हालांकि, इस मामले में आरोपी के पिता और उसे शराब परोसने वाले बार मैनेजरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि, आखिर एक नाबलिग को करोड़ों की लग्ज़री स्पोर्ट कार चलाने क्यों दी गई. ऐसे ही सवाल मृतकों के परिजन भी उठा रहे हैं.

इंडियन ट्रैफिक रूल के अनुसार, 50 सीसी तक के स्कूटर और बिना गियर वाले टू-व्हीलर के लिए 16 वर्ष उम्र में ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जा सकता है.

क्या कहता है कानून:

सांकेतिक तस्वीर

हालांकि 50 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता वाले टू-व्हीलर और लाइट मोटर व्हीकल (LMV) जैस कार इत्यादि के लाइसेंस के लिए आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए.

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वहीं हैवी व्हीकल्स के ड्राइविंग लाइसेंस के लिए, राज्य के आधार पर सामान्य न्यूनतम आयु 18-20 वर्ष है. लेकिन आए दिन नाबालिगों को सड़क पर कारों से फर्राटा भरते देखा जाता है.

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जिसका नतीजा इस तरह के हादसों के रूप में देखने को मिलता है. लेकिन इसके रोकथाम के लिए सजा और जुर्माना का भी प्रावधान है.

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भारतीय मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, यदि कोई 18 साल से कम उम्र का व्यक्ति देश की सड़कों पर गियर वाले वाहन चलाता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है.

क्या है सजा?

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नियम के अनुसार आरोपी के माता-पिता या अभिभावक को 3 साल तक की जेल और 25,000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है. 

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साथ ही, जो ड्राइवर वाहन चला रहा था, उसे 25 साल की उम्र होने तक ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) जारी नहीं किया जाएगा. 

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इसलिए, माता-पिता या अभिभाव के रूप में लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि जब तक बच्चा कानूनी रूप से ड्राइविंग की उम्र तक न पहुंच जाए उसे वाहन चलाने की अनुमति न दें.

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इसके अलावा यदि आप अपना वाहन किसी ऐसे व्यक्ति को देते हैं जो आपके वाहन के साथ किसी वारदात को अंजाम देता है. ऐसी स्थिति में भी आप मुश्किल में पड़ सकते हैं.