22 April 2025
BY: Aaj Tak Auto
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एक ऐसा कानून ला रहे हैं जिसके तहत वाहनों के हॉर्न के रूप में केवल भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि का ही उपयोग होगा.
देश में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर से नितिन गडकरी ने वाहनों में भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की आवाज का उपयोग करने की वकालत की है.
एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए गडकरी ने कहा, "देश को ध्वनि प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं."
उन्होंने कहा कि, "अब हम कानून बना रहे हैं कि गाड़ी का हॉर्न इंडियन म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट यानी भारतीय संगीम वाद्ययंत्रों के तर्ज पर निकलेगा और बांसुरी बजेगी."
"क्योंकि ये जो कर्कस हॉर्न होता है उसके कारण भी भारी नुकसान होता है. जल्द ही हम एक नया कानून ला रहे हैं जिससे देश को ध्वनि प्रदूषण मुक्त किया जा सकेगा."
उन्होंने कहा कि देश में वायु प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान 40% है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मेथनॉल, इथेनॉल सहित हरित और जैव ईंधन पर चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दे रही है.
उनके अनुसार, 2014 में भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर की वैल्यू 14 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गई है.
गडकरी ने कहा कि भारत, जापान को पीछे छोड़कर अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन गया है.
बता दें कि, इससे पहले भी नितिन गडकरी ने इस बात की जिक्र किया था. जिसमें उन्होंने वाहनों के पारंपरिक हॉर्न की जगह वाद्ययंत्रों के साउंड के इस्तेमाल की बात कही थी.