1 April 2024
By: Aaj Tak Auto
देश का ऑटो सेक्टर तेजी से बदल रहा है. पारंपरिक फ्यूल (पेट्रोल-डीजल) पर निर्भरता कम करने के लिए सरकार भी लगातार इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के इस्तेमाल पर जोर दे रही है.
इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हाइब्रिड वाहनों पर GST कम करना चाहते हैं. इतना ही नहीं वो देश को 36 करोड़ से अधिक पेट्रोल और डीजल वाहनों से पूरी तरह छुटकारा दिलाना चाहते हैं.
जब उनसे पूछा गया कि, क्या भारत के लिए पेट्रोल और डीजल कारों से पूरी तरह छुटकारा पाना संभव है, तो नितिन गडकरी ने कहा, "सौ फीसदी."
PTI को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि, "मेरा मानना है कि यह मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं है."
उन्होंने कहा कि भारत फ्यूल इंपोर्ट पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है. इस पैसे का इस्तेमाल किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा, गांव समृद्ध होंगे और युवाओं को रोजगार मिलेगा.
हालांकि नितिन गडकरी ने अपने इस टार्गेट को पूरा करने के लिए कोई समयसीमा नहीं दी है. मंत्री ने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि देश बायो-फ्यूल के उपयोग को बढ़ावा देकर फ्यूल इंपोर्ट को कम कर सकता है.
गडकरी ने कहा कि, "हाइब्रिड वाहनों पर GST घटाकर 5 प्रतिशत और फ्लेक्स इंजन के लिए 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है."
गडकरी ने कहा कि वह 2004 से वैकल्पिक ईंधन की वकालत कर रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि आने वाले पांच से सात वर्षों में चीजें बदल जाएंगी.