फटाफट बढ़ेगा स्कूटर का माइलेज और परफॉर्मेंस! बस कर लें ये काम

11 September 2024

BY: Aaj Tak Auto

आज के समय में स्कूटर तकरीबन हर मध्यम वर्गीय परिवार की पहली जरूरत बन चुका है. दफ़्तर जाना हो या शॉपिंग पर निकलना हो. अपने उपयोगिता के चलते स्कूटरों को ज्यादा पसंद किया जाता है.

स्कूटर की ड्राइविंग को आसान और आरामदायक बनाने के लिए इसके ख़ास केयर की भी जरूरत होती है. आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताएंगे जिससे आप स्कूटर के परफॉर्मेंस को बेहतर बना सकते हैं.

सेफ्टी और बेहतर ड्राइविंग के लिहाज से टायर में हवा की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी होती है. कम से कम हफ्ते में एक बार टायर के एयर प्रेशर की जांच जरूर करें.

एयर प्रेशर:

मानसून में स्कूटर के पार्ट्स में जंग लगने की भी समस्या देखी जाती है. इससे बचने के लिए स्कूटर में ग्रीसिंग और ऑयलिंग समय-समय पर करते रहें.

जंग लगना:

यदि स्कूटर के स्टार्टिंग में प्रॉब्लम आ रही है तो बैटरी की जांच करवाएं. कभी-कभी सेल्फ में भी समस्या आती है और स्कूटर स्टार्ट नहीं होता है.

बैटरी-सेल्फ:

स्कूटर के अंडरसीट स्टोरेज स्पेस में भरे अनावश्यक समान को हटा दें. क्योंकि वजन का असर वाहन के पावर और परफॉर्मेंस पर सीधे तौर पर पड़ता है.

वजन:

स्कूटर के स्मूद रनिंग के लिए समय-समय पर इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लुइड और कूलेंट की जांच करवाते रहें.

ऑयल:

स्कूटर को स्टार्ट करने के बाद तत्काल थ्रॉटल पर प्रेशर न दें. धीमी गति से आगे बढ़ते हुए स्कूटर को रफ़्तार दें.

एक्सेलरेशन:

यदि आप ट्रैफिक सिग्नल पर रुकते हैं या फिर किसी वजह से स्कूटर खड़ी किए हुए हैं. तो इस स्थिति में इग्निशन ऑफ कर दें.

इग्निशन:

कभी भी अनावश्यक तेज गति से स्कूटर न दौड़ाए. क्योंकि तेज रफ्तार ज्यादा ईंधन की खपत करता है और इसका सीधा असर माइलेज पर पड़ता है.

स्पीड:

यदि स्कूटर को स्टार्ट करने में समस्या आ रही है या परफॉर्मेंस लो लग रही है. तो एयर-फिल्टर की जांच करवाए और जरूरत पड़ने पर इसे बदलें.

एयर-फिल्टर: