5 March 2025
BY: Aaj Tak Auto
इंडियन ऑटो सेक्टर तेजी से बदल रहा है. समय के साथ कार खरीदारों का टेस्ट भी बदल रहा है. हैचबैक और सेडान को तरजीह देने वाले लोग अब कॉम्पैक्ट एसयूवी सेग्मेंट पर फोकस कर रहे हैं.
ऐसे में विदेशी कार कंपनियों के लिए बजट और मॉर्डन कारों के बीच तालमेल बिठा पाना मुश्किल हो रहा है.
हाल ही में इंडियन मार्केट में अपना सफर शुरू करने वाली दो कंपनियों के साथ ऐसा ही हो रहा है. आलम ये है कि फरवरी में इन कंपनियों ने बिक्री में 300 का भी आंकड़ा पार नहीं किया है.
हम बात कर रहे हैं अमेरिकी कार कंपनी जीप और फ्रेंच कार निर्माता सिट्रॉयन की. इन दोनों कंपनियों के पास एक तगड़ा पोर्टफोलियो है लेकिन ग्राहकों को आकर्षित करने में ये पीछे हो रही हैं.
बिक्री के आंकड़ों पर गौर करें तो फरवरी में जीप इंडिया ने कुल 293 कारों की बिक्री की है. जो पिछले साल फरवरी में बेचे गए 331 कारों के मुकाबले 11% कम है.
दूसरी ओर सिट्रॉयन ने फरवरी में कुल 268 कारों की बिक्री की है. जो फरवरी-24 में बेचे गए कुल 421 कारों के मुकाबले तकरीबन 36% कम है.
ऐसे में दोनों कंपनियों के लिए भारत में राह कठिन होती नज़र आ रही है. हालांकि दोनों कंपनियों ने ग्राहकों के बीच पैठ बनाने के लिए तमाम कोशिशें की हैं.
हाल ही में सिट्रॉयन ने भारत में अपनी किफायती कूपे-स्टाइल एसयूवी Citroen Basalt को लॉन्च किया था. जिसकी शुरुआती कीमत 8.25 लाख रुपये है.
दूसरी ओर जीप ने अपनी कंपास से लेकर ग्रांड चेरोकी जैसी एसयूवी पर भारी डिस्काउंट भी दिया था. कंपनी ने ग्रांड चेरोकी की कीमत पूरे 12 लाख रुपये घटा दिए थें.
लेकिन तमाम कवायदों के बावजूद बिक्री संभलती नज़र नहीं आ रही है. अब ये देखना दिलचस्प होगा सिट्रॉयन और जीप भारत में रफ्तार पकड़ने के लिए क्या कोशिशें करती हैं.
बीते फरवरी में मारुति सुजुकी ने सबसे ज्यादा 1,60,791 यूनिट की बिक्री की है. वहीं दूसरे नंबर पर 50,420 यूनिट के साथ महिंद्रा और तीसरे पायदान पर 47,727 यूनिट्स के साथ हुंडई काबिज है.
इस दौरान टाटा खिसक कर चौथे पायदान पर आ गया और कंपनी ने कुल 46,811 यूनिट कारों की बिक्री की. इसके अलावा पांचवे पोजिशन पर 28,414 यूनिट के साथ टोयोटा ने कब्जा जमाया है.