20 March 2025
BY: Aaj Tak Auto
अगस्त 2023 में देश का अपना भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) को लॉन्च किया गया था. इस प्रोग्राम के तहत वाहनों को सेफ्टी रेटिंग जी जाती है.
इससे पहले ग्लोबल एजेंसी GNCAP द्वारा भारतीय कारों का क्रैश टेस्ट किया जाता था. जिसके बाद इन कारों को 1 से लेकर 5 के बीच स्टार रेटिंग मिलती थी.
लेकिन अब इंडियन कार निर्माता अपनी कारों को Bharat NCAP द्वारा क्रैश टेस्ट करवा रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 1 से लेकर 5 के बीच स्टार रेटिंग का क्या मलतब होता है.
जाहिर है कि ये कारों की मजबूती को दर्शाती हैं. जितना ज्यादा स्टार उतनी बेहतर सुरक्षा. लेकिन ये स्टार किस तरह की सेफ्टी को दर्शाते हैं, आइये जानें-
5 स्टार रेटिंग कारों के ओवरऑल वेरी गुड परफॉर्मेंस को दर्शाता है. इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), पैडेस्ट्रियन प्रोटेक्शन, साइड हेड प्रोटेक्शन और सीट-बेल्ट रिमाइंडर की सुविधा मिलती है.
4 स्टार रेटिंग भी ओवरऑल वेरी गुड परफॉर्मेंस को दर्शाता है. इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), पैडेस्ट्रियन प्रोटेक्शन, साइड हेड प्रोटेक्शन और सीट-बेल्ट रिमाइंडर की सुविधा मिलती है.
3 स्टार रेटिंग कारों के गुड परफॉर्मेंस को दर्शाता है. इन कारों में भी कुछ सेफ्टी फीचर्स दिए जाते हैं, जैसे पैडेस्ट्रियन प्रोटेक्शन और सीट-बेल्ट रिमाइंडर इत्यादि.
2 स्टार रेटिंग क्रैश टेस्ट में कारों के नॉमिनल परफॉर्मेंस को दर्शाता है. ऐसी कारों में कोई भी ऑप्शनल फिटमेंट और सेफ़्टी असिस्ट टेक्नोलॉजी नहीं दी जाती है.
सिंगल स्टार क्रैश टेस्ट में कारों के मार्जिनल परफॉर्मेंस को दिखाता है. ऐसी कारों में रेगुलेटरी लिमिट्स के लिहाज से बेहतर सेफ़्टी टेक्नोलॉजी नहीं मिलती है.