फूल-सब्जी से बने रंगों से 500 वर्षों से चमक रहा आमेर का फोर्ट, जानें इतिहास

15 Mar 2025

Credit: META

राजस्थान की राजधानी जयपुर में आमेर का किला दुनियाभर में मशहूर है. इसे 16वीं सदी में बनाया गया था.

जयपुर का आमेर फोर्ट लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बना है. 

यह कछवाहा राजपूतों की वास्तुकला की प्रतिभा का प्रमाण है. 

आमेर किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में राजा मान सिंह ने शुरू करवाया था, जिसे बाद में सवाई जय सिंह द्वितीय और राजा जय सिंह प्रथम ने पूरा किया. 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पर की गई नक्काशी पर रंग कैसे भरे गए हैं. करीब 500 साल पहले इस महल को ऑर्गेनिक रंगों से सजाया गया था.

जिसमें प्राकृतिक रंगों में सुंदर नक्काशी और पेंटिंग हैं.  प्राकृतिक रंग के लिए खाद्य पदार्थों, फूलों, मसालों और पत्थरों का उपयोग किया गया था.

उस जमाने में सब्जियों -फल, पत्तों को उबालकर या उनका रस निकालकर रंग बनाए जाते थे.

हरा रंग पालक जैसी साग-सब्जियों से बनाया जाता था. 

लाल पलाश के रंग, बैरी और पीपल की छाल से काला रंग, अनार के छिलकों को जलाकर और नीले रंग के लिए नील की खेती की जाती थी.