ब्राजील की साढ़े 4 साल की गाय वियाटिना-19 एफआईवी मारा इमोविस को दुनिया की सबसे महंगी गाय का दर्जा प्राप्त है.
हाल ही में इस गाय के मालिकाना हक का एक-तिहाई हिस्सा एक नीलामी में 6.99 मिलियन रियल ($1.44 मिलियन) यानी 11 करोड़ रुपयों में बेचा गया.
अब इस गाय की कुल कीमत 4.3 मिलियन डॉलर यानी करीब 35 करोड़ रुपये हो गई है.
नेलोर नस्ल की गाय वियाटिना-19 एफआईवी मारा इमोविस गाय का भारत से भी खास संबंध है.
दरअसल, गाय की इस नस्ल का नाम नेलोर नस्ल की गाय पर पड़ा है.
इस गाय का मूल स्थान आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में है. इसीलिए इसे नेलोर ब्रीड की गाय के नाम से जाना जाता है.
यहां से इस नस्ल को ब्राजील भेजा गया था और फिर ये दुनिया के अन्य हिस्सों में भी फैल गई.
नेलोर नस्ल की गाय की सबसे बड़ी खासियत यह है कि गर्म मौसम में आसानी से रह लेती है.
इसमें सबसे बड़ा रोल गायों की सफेद फर का होता है, क्योंकि सफेद फर धूप को रिफ्लेक्ट कर देते हैं. नतीजतन, गाय को गर्मी नहीं लगती.
इस गाय की रोग प्रतिरोशक क्षमता भी बेहतरीन होती है.
इसके अलावा त्वचा कठोर होने की वजह से इन पर त्वचा से खून-चूसने वाले कीड़े भी नहीं काटते हैं
इस गाय ते कंधों के ऊपर बड़े बल्बनुमा कूबड़ होते हैं.