आम बोलचाल की भाषा में जेट्रोफा को डीजल का पौधा कहा जाता है.
दरअसल, इस पौधे के बीजों से बायोडीजल निकाला जाता है.
जेट्रोफा की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु की जरूरत पड़ती है. ये पौधा शुष्क क्षेत्रों में खूब होता है.
इसके साथ ही इसकी खेती के लिए आपको ऐेसे खेत की जरूरत पड़ेगी जहां पानी की निकासी ठीक हो.
जेट्रोफा के पौधे को सीधे खेत में नहीं लगाया जाता है, सबसे पहले इसकी नर्सरी लगाई जाती है फिर इसके पौधों को खेत में लगाया जाता है.
इसकी खेती के साथ सबसे अच्छी बात ये होती है कि एक बार इसे खेत में लगा दिया जाए तो यह तीन से चार वर्षों तक फसल देती है.
जेट्रोफा के पौधों से डीजल के बनने की प्रक्रिया बेहज सघन है. दरअसल, सबसे पहले जेट्रोफा के पौधे के बीजों को फलों से अलग करना होता है.
इसके बाद बीजों को अच्छी तरह से साफ किया जाता है, फिर इन्हें एक मशीन में डाला जाता है और इसका तेल निकाला जाता है.