10 July 2025
आजतक एग्रीकल्चर डेस्क
बरसात में सबसे पहले मुर्गियों का शेड पूरी तरह सुरक्षित बनाएं. शेड पर टिन या एस्बेस्टस की ढलानदार छत बनवाएं.
Credit: Pinterest
शेड में वेंटिलेशन अच्छा हो ताकि अंदर की नमी और बदबू बाहर निकल सके. फर्श जमीन से थोड़ा ऊंचा बनाएं ताकि बारिश का पानी अंदर न आए.
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जमीन पर रखे चूरे या भूसे को रोज चेक करें. आगर ये गीला या सड़ा हो तो तुरंत बदल दें. नमी से मुर्गियों को फंगल इंफेक्शन और पौरों की बीमारी हो सकती है.
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बारिश के मौसम में चारा जल्दी सड़ता है. इसलिए इसे ढ़ककर रखें. अगर दाने में फंगस या बदबू आए तो बिल्कुल ना दें.
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मुर्गियों के पीने के पानी में रोज हर्बल एंटीसेप्टीक या पौटैशियम परमैंगनेट डालते रहें. पानी पीने के बर्तन गीले ना रखें और रोज साफ करें.
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बारिश में बीमारियां होने की भी आशंका रहती है. इसलिए समय पर इन्हें टीकाकरण और विटामिन सप्लीमेंट दें. कोई मुर्गी बीमार हो तो उसे अलग रखें.
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शेड के आस-पास कीचड़ और गंदगी ना जमने दें. रोज फिनाइल या चूना से जमीन साफ करें.
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बरसात में तापमान गिरने पर चूजों को हीटर या बल्ब से गर्मी देने का इंतजाम करें. साथ ही, पर्याप्त रोशनी भी होनी चाहिए ताकि मुर्गियां एक्टिव रहें.
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