आप आम के पेड़ की डाल पर अक्सर अलग किस्म के पौधे को उगा देखते होंगे.
देखने में भले ही ये पौधा छोटा लगता है, लेकिन धीरे-धीरे ये आम के पेड़ों से सारा पोषक तत्व खींच लेता है.
आम को बढ़ने के लिए जो उसके हिस्से का खाना है वो ये पौधा उससे छीन लेता है. इससे आम का पेड़ सूखना शुरू हो जाता है.
इस परजीवी पौधे को लोरेंथस या बांदा कहते हैं.
आम के पेड़ से इसे हटाने के लिए लोरेंथस की मदद ले सकते हैं.संक्रमित शाखा से इस परजीवी पौधे को खुरचकर ( स्क्रैपिंग) निकालना चाहिए.
लोरेंथस जिस बिंदु पर आम के पेड़ से जुड़ा होता है, वहाँ 0.5 प्रतिशत ग्लाइफोसेट नामक खरपतवार नाशक या डीजल का प्रयोग करके उसे पूरी तरह से नष्ट कर दें.
इससे वह दोबारा उस जगह पर फिर से नहीं उगेगा.