मुर्गी और बत्तख के अलावा किसानों के बीच तीतर पालन भी काफी लोकप्रिय है.
माना जाता है कि इस तीतर पालन के व्यवसाय में मुर्गी और बत्तख पालन से भी ज्यादा मुनाफा है.
फिलहाल तीतर अपने विलुप्ति के कगार पर है. इसके शिकार पर सरकार ने भी पाबंदी लगाई हुई है.
अगर आप इस पक्षी का पालन करना चाहते हैं तो आपको सरकार से अनुमति लेनी होगी.
इसके लिए बकायदे आवेदन कर सरकार से लाइसेंस भी लेना होगा.
अगर आपने बिना लाइसेंस के इसका पालन किया तो आपको जेल हो सकती है. साथ ही आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
तीतर पालन में किसान को ज्यादा पूंजी नहीं लगानी पड़ती है.
एक तीतर एक साल में कुल 300 अंडे देने में सक्षम है.