मिट्टी की सेहत को लेकर हर साल 05 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है.
खेती-किसानी में किसानों के लिए सबसे अहम चीज है खेत की मिट्टी. क्योंकि अगर मिट्टी बेहतर न हो तो किसानों की फसलें खराब होने लगती हैं.
मिट्टी की उत्पादकता बनी रहे और किसानों को बंपर उत्पादन हासिल हो सके. इसके लिए खेत की मिट्टी ठीक होनी चाहिए.
इसके लिए जानना जरूरी है कि किसान जिस खेत में फसल लगा रहे हैं उसकी मिट्टी की उपज कितनी है.
महाराष्ट्र में किसान चाहें तो पोस्ट ऑफिस के जरिए मिट्टी की जांच करा सकते हैं. इसके लिए उन्हें स्वाइल हेल्थ सेंटर पर जाने की जरूरत भी नहीं है.
किसान पोस्ट ऑफिस के माध्यम से अपने खेत की मिट्टी टेस्टिंग के लिए सेंटर पर भेज सकते हैं.
मिट्टी में क्या कमी है, किन खादों की जरूरत पड़ेगी, किस फसल की खेती लाभदायक होगी. इन बातों की जानकारी किसानों को सॉइल टेस्टिंग से मिल सकेगी.
सबसे बड़ी बात ये कि किसानों को यह जानकारी उनके मोबाइल फोन पर ही मिल जाएगी.