गुठली युक्त बेरी जैसा फल "काफल" गुच्छों में आता है और पकने पर बेहद लाल हो जाता है, तभी इसे खाया जाता है.
ये फल अनेक प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर है.
बहुत ही कम लोग खासकर कि शहरों में बसने वाले लोगों को इस पहाड़ी फल "काफल" के बारे में जानकारी नहीं है.
काफल का फल जमीन से 4000 फीट से 6000 फीट की ऊंचाई पर उगता है.
ये फल उत्तराखंड के अलावा हिमाचल और नेपाल के कुछ हिस्सों में भी होता है.
इस फल का स्वाद मीठा व खट्टा और कसैले होता है.
यह स्वयं उगने वाला पौधा है. मार्च के महीने से काफल के पेड़ में फल आने शुरू हो जाते हैं
यह फल कैंसर समेत कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद होता है.