भारत रबड़ का चौथा बड़ा उत्पादक देश है.
कम लागत में कई गुना ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए किसान बड़ी संख्या में इस पेड़ की खेती में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
रबड़ की खेती के लिए लेटेराइट युक्त गहरी लाल दोमट मिट्टी उपयुक्त है. इस मिट्टी का PH मान 4.5-6.0 के बीच होना जरूरी है.
रबड़ के पेड़ से निकलने वाला लेटेक्स दूध की तरह तरल होता है जो टैपिंग विधि से रबड़ की छाल की कटिंग कर प्राप्त किया जा सकता है.
5वें साल से रबड़ का पेड़ उत्पादन देने लगता है. ये पेड़ 40 साल तक लगातार पैदावार देता है.
एक एकड़ में आप 150 रबड़ का पेड़ लगा सकते हैं.
एक पेड़ से साल भर में 2.75 किलो का रबड़ उत्पादन मिलता है. इससे किसान 40 साल तक लगातार बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.
रबड़ का इस्तेमाल कर सोल, टायर, रेफ्रिजरेटर, इंजन की सील के अलावा, गेंद बनाने में इस्तेमाल किया जाता है.