भारत सरकार एरोमा मिशन के तहत सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है.
लेमनग्रास भी उन्हीं फसलों में से एक है जिसकी खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
इसकी सबसे खास बात ये है कि इसे सूखाग्रस्त इलाकों में भी लगाया जा सकता है.
इसकी रोपाई साल के किसी भी महीने में की जा सकती है.
इसे लगाने के बाद 7-8 साल तक इसकी दोबारा रोपाई से छुटकारा पा जाएंगे.
हर साल इस फसल की 5 से 6 कटाई संभव है.
लेमनग्रास के पौधे के सबसे ज्यादा इस्तेमाल परफ्यूम, साबुन, निरमा, डिटर्जेंट, तेल, हेयर आयल, मच्छर लोशन, सिरदर्द की दवा व कास्मेटिक बनाने में भी प्रयोग किया जाता है.
ऐसे में किसान लेमनग्रास की खेती कर बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.