डाउनर काऊ सिंड्रोम एक मेटाबोलिज्म से सम्बंधित बीमारी होती है.
इस बीमारी में पशु ब्याने के दो से तीन दिन बाद एक तरफ करवट लेकर लेट जाता है और खड़ा नहीं हो पाता है.
यह मुख्य रूप से अधिक दूध देने वाले पशुओं मे पाई जाने वाली बीमारी है. इस बीमारी में पशु सचेत अवस्था में रहता है लेकिन खड़ा नहीं हो पता है.
ये बीमारी क्रॉस ब्रीड की गाय में अधिक होता है, जिन गायों के अंदर एचएफ (हॉल्स्टीन फ़्रिसियन) ब्रीड के जीन होते हैं, उसमें इस बीमारी के होने के चांसेज बढ़ जाते हैं.
इसका मुख्य इलाज मसाज होता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बना रहे, अगर एक बार गाय बैठ गई तो उसे लगता है कि वो अब उठ नहीं पाएगी.
इसलिए पशु को हमें किसी भी तरह खड़ा करना पड़ता है, या फिर तालाब में डालना पड़ता है.
यह बीमारी मुख्यतया पशु के ब्याने के बाद उसके शरीर मे प्रोटीन, फॉस्फोरस और पोटैशियम की कमी के कारण होती है.
इस सिंड्रोम से पीड़ित पशु को एक स्थान पर पड़े नहीं रहने देने चाहिए बल्कि उसको इधर उधर हिलाते रहना चाहिए और सामने के पैरों पर खड़ा करने का प्रयास करना चाहिए.
कैल्शियम, मैग्नेसियम एवं फॉस्फोरस थेरेपी का प्रयोग पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार करना चाहिए.
पशु के पैरो की मालिश भी लाभदायक होती है.