ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बेहद तेजी से गाय, भैंस और बकरी पालन की तरफ रुख कर रहे हैं.
हालांकि, अक्सर किसान संशय में रहते हैं कि गाय की कौन सी नस्ल ज्यादा दूध देती है जिसको घर लाकर वह बढ़िया मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
किसानों को इस समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है.
महिलाओं की ही तरह गाय और भैंसों में भी सरोगेसी संभव है. ऐसा एंब्रियो ट्रांसप्लांट तकनीक के जरिए होगा.
इसके लिए सबसे पहले आपको गाय और भैंस, जो सबसे ज्यादा दूध देती हैं, उनके सांड और भैंसा का चुनाव करना होगा.
सांड और भैंसा से सीमेन कलेक्ट किया जाता है. उसी वक्त किसी दूसरे गाय और भैंस के हीट पीरियड में उनके अंदर से अंडाणु कलेक्ट कर लेटे हैं.
लैब में सीमेन और अंडाणु की सहायता से एक अन्य फर्टाइल अंडाणु का विकास करते हैं. इन अंडाणु के विकसित होने के बाद गाय वाले विकसित अंडाणु को गाय में ट्रांसप्लांट कर देते हैं.
ठीक उसी तरह भैंस के विकसित अंडाणु को भैंस में ट्रांसप्लांट करते हैं.
पहले हम एक वक्त में एक गाय और भैंस ही गाभिन हो सकती हैं. एंब्रियो ट्रांसप्लांट तकनीक की मदद से हम एक ही वक्त में कई सारी गाय और भैंसों को गाभिन करा सकते हैं.
इससे पशुपालकों के मुनाफे में इजाफा हो जाएगा.