सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन हवा में भी आलू की खेती की जा सकती है.
यह संभव है एयरोपोनिक पोटैटो फार्मिंग तकनीक से
इस तकनीक के जरिए आलू उगाने के लिए अब जमीन और मिट्टी की जरूरत नहीं पड़ती है.
हरियाणा के करनाल जिले में स्थित आलू प्रौद्योगिकी केंद्र ने एयरोपोनिक तकनीक से हवा में आलू उगाना शुरू किया था.
इससे न सिर्फ जमीन की कमी को पूरा किया जा सकता है, बल्कि पैदावार भी 10 गुना तक बढ़ जाएगी.
पौधों को पूरे समय पानी में रखा जाता है, जबकि एयरोपोनिक तकनीक में पानी स्प्रे करके पोषक तत्व दिए जाते हैं.
आलू के पौधे को एक बंद वातावरण में उगाया जाता है, जिसमें पौधा ऊपर की ओर रहता है.
नीचे की और पानी के फव्वारे लगे रहते हैं, जिससे पानी में न्यूट्रीएंट्स मिलाकर जड़ों तक पहुंचाए जाते हैं.
यानी ऊपर पौधे को सूरज की रौशनी मिलती है और नीचे से पोषक तत्व और इससे पौधे का विकास होता रहता है.